bahut hi umda shayriमुझ से हर बार वो नज़रें चुरा लेती है,मैंने कागज पर भी बना के देखी हैं आँखें उसकी।
Hindi Shayari
bahut hi umda shayri
ReplyDeleteमुझ से हर बार वो नज़रें चुरा लेती है,
मैंने कागज पर भी बना के देखी हैं आँखें उसकी।